कई सारे लोगो के मन मे ये सवाल आता है की मीठा खाने से मुझे डायबिटीज होगी क्या? या फिर जो डायबिटीज वाले मरीज है उन्हे ये लगता है की मीठा खाने से ही मुझे डायबिटीज हुई है।
लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं । मधुमेह एक दीर्घकालीन बीमारी है जो खून में शुगर लेवल बढ़ने से होती है। विशेषग्यो के अनुसार लोगो की ये कल्पना है की, मीठा खाने से ही डायबिटीज होती है | मीठा खाना diabetes की कुछ वजहों में से एक हो सकती है। अगर कोई आम आदमी 4 या 5 गुलाबजामुन खाता है तो भी उसका शुगर 140 के आगे नहीं जाता । अब आपके मन मे ये सवाल आया होगा क्यूँ ? तो बात ये है की उसका पानक्रिया (pancreas) उतनी मात्रा मे इंसुलिन बना देता है। हालाकि यह मात्रा diabetes पेशंट मे कम होती है । इसी वजह से डायबिटीज के दौरान डॉक्टर मीठा न खाने की सलाह देते हैं । क्योंकि मधुमेह पेशंट को मीठा खाने से डायबिटीज के अलावा और भी जटिल समस्याओंका सामना करना पड़ता है। जैसे की किडनी की बीमारी, आंखो की क्षति,त्वचा से संबंधित बीमारिया, हृदय रोग, वगैरा वगैरा ।
डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं, टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज । इन दोनों मधुमेह में आसानी से फर्क समझा जा सकता है। टाइप 1 डायबिटीज में, इंसुलिन-उत्पादन करने वाली कोशिकाएं, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा नष्ट होती हैं। जबकि टाइप 2 डायबिटीज में आपका शरीर आपके पैनक्रियाज द्वारा उत्पन्न होने वाले इंसुलिन का उपयोग हि नहीं कर पाता है। वैसे तो दोनों प्रकार के डायबिटीज में मीठा खाने का कोई लेना देना नहीं है। ऐसा है कि diabetes के मरीज को कम खाना चाहिए। भले ही थोड़े-थोड़े अंतराल पर खाएं पर खाएं जरूर।
अगर आप डायबिटीज पेशंट हो और आपको लगता है की कुछ मीठा हो जाए तो ?
तो चिंता न करे क्योंकि हमने कुछ ऐसी लिस्ट बनाई है जिससे आप मीठा खाने की लालसा को काफी हद तक रोकने के बजाय उसे खा सकते है। हालांकि हमारी राय मे आप डॉक्टर की सलाह जरूर ले, और उनके मुताबिक ही इन चीजोंका उपयोग करें ।
1. डार्क चॉकलेट

डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो सेलुलर और आण्विक क्षति को रोकते हैं । इसके अलावा, पॉलीफेनोल्स इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में भी मददगार हैं। लेकिन जैसे अपने पढ़ा की diabetes के मरीज को कम खाना चाहिए। तो आप सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट खा सकते हैं।
कैसे पता करे डार्क चॉकलेट की क्वालिटी ?
- पैक पर सामग्री की जांच करें. यदि इसमें कोको बीन का अर्क हो तो ठीक है ।
- एक डार्क चॉकलेट चुनें जिसमें ‘पॉलीफेनोल हो. यानेकी चॉकलेट में एक उच्च प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट हैं।
- ये जरूर चेक करें कि आपके डार्क चॉकलेट में शुगर है भि या नहीं। डार्क चॉकलेट में चीनी कम मात्र में होती है लेकिन सभी डार्क चॉकलेट मे चीनी समान मात्रा मे नहीं होते हैं।
- एक अच्छी डार्क चॉकलेट कभीभी चीनी से अधिक फाइबरयुक्त होनी चाहिए।
- एक कच्चा (unprocessed) डार्क चॉकलेट का ही इस्तेमाल करे, क्योंकि प्रोसेस्ड चॉकलेट कई सारे पोषक तत्वों को मिटाता है।
- वैसे तो डार्क चॉकलेट अच्छी गुणवत्ता वाली है तो आमतौर पर वे महंगी ही होती हैं। आपको अच्छी गुणवत्ता वाली चॉकलेट लेनी चाहिए।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गए लिंक पर click करके जानिए 👇
क्या मीठा खाने से होती है डायबिटीज ? | डायबिटीज मे मीठा खाना कम करना चाहिए क्या | – हिन्दी
2. फल
विशेषज्ञोका का कहना है कि मीठा खाने का जब मन करे तो diabetes के मरीज फल खा सकते हैं. फलों में प्राकृतिक शुगर होता है। साथ ही मिनरल्स और विटामिन्स की मात्रा बहोत होती हैं। फलों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की लेवल को हम कंट्रोल कर सकें।
तो फिर आपके मन सवाल होगा कि ऐसे कोनसे फल आमतौर पर डैबिटिक मरीजो ने खाने चाहिए ?
नीचे हमने एक सूची बनाई है जिसे आप शुगर कंट्रोल मे रखने के लिए मदत हो सके।
- अमरूद
- आड़ू (peach)
- कीवी
- खरबूजा
- खीरा
- चकोतरा (Grapefruit)
- नारंगी
- पपीता
- ब्लैकबेरी
- सेब
- स्ट्रॉबेरीज
- टमाटर
3. ओट्स की खीर
diabetes के लिए ओट्स के कई सारे फायदे है जैसे कि
- ओट्स का सेवन उनके कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स, के वजह से ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है।
- diabetes के रोगियों में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में ओट्स सहायता करता है और समग्र रूप से हृदय के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- अगर आप कार्बोहाइड्रेट युक्त नाश्ते का इस्तेमाल ना करके अच्छा पावर-पैक भोजन खाए, तो इंसुलिन इंजेक्शन लेने की जरूरत कम हो सकती है।
- ओट्स मे फाइबर की बड़ी मात्रा जादा होती है, इससे आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है।
- ओट्स आपकी पाचन तंत्र को नियंत्रित करने मे सहायता करता है, इससे हमे लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है ।
- ओट्स यदि सही से पकाया जाता है, तो सुविधाजनक और भोजन का विकल्प हो सकता है। आप ओट्स को दूध को उबालकर उसमें सूखे मेवा डालकर खा सकते हैं। और उसे मीठा बनाने के लिए आप स्टेविया या किसी आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. स्मूदीज
यदि आपको कुछ मीठा पीने का मन है तो आप अलसी के बीज या बेरीज से तैयार की गई स्मूदी पी सकते हैं। इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और दूसरे जरूरी पोषक तत्व होते हैं। ये ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. बस इस बात का खास ध्यान रखें कि इसमें चीनी कम मात्रा मे हो।
तो इस लेख का सारांश यही है कि किसी भी व्यक्ति को अगर diabetes होता है तो मीठा खाने से diabetes का कुछ भी लेना देना नहीं है, diabetes के मरीज को कम खाना चाहिए। भले ही थोड़े-थोड़े अंतराल पर खाएं पर जरूर खाएं, और यदि मीठा खाना चाहते हो तो ऊपर कुछ सूची है वे diabetes स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के सलाह अनुसार जरूर आजमाए ।
हमे आशा है कि यह पोस्ट आपको अच्छी लगेगी ।
आपका दिन शुभ हो।
धन्यवाद!!
और अधिक जानकारी के लिए हमारा इंस्टाग्राम अकाउंट फॉलो कीजिये, और आपकी शंका हमे DM करे , या फिर Youtube के कमेन्ट बॉक्स में भी आप अपने सवाल पूछ सकते है।