डायबिटीज से नस डॅमेज कैसे होता है?

क्या आपको हाथ-पांव में झनझनाहट, चुभन और सुन्न हो जाना ऐसी किसी भी तरह की तकलीफ हो रही है ?अगर हो तो कदापि इसको अनदेखा न करें। अगर आप डायबिटिक है तो इसे बिलकुल भी अनदेखा न करे।

Foot

अगर आपका ब्लड शुगर लेवल ज्यादा है तो डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic neuropathy) उसका नतीजा हो सकता है। यह ब्लड शुगर लेवल बहुत समय तक ज्यादा होने की वजह से होता है। इससे डायबिटीक नर्व डैमेज का खतरा बढ़ जाता है। स्तब्ध हो जाना, झनझनाहट, चुभना, सुन्न हो जाना यह सब इसके लक्षण है, अगर आपको यह दूविधा बार बार हो रही है तो इसे अनदेखा न करें तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि ऐसा करने से आगे के गंभीर परिणामों से आप अपने आप को बचा सकते है। ब्लड शुगर लेवल ज्यादा हो तो वह नसों को ख़राब कर सकती है और यह नसें आपके शरीर के और अलग अलग भागों को मेसेज या संदेश नहीं पहुँचा पायेगी।

Pimple on feet

डायबिटिक नर्व डैमेज के लक्षण :
अगर देखा जाए तो आमतौर पर यह लक्षण बहुत बार पैरों से ही शुरू होते है, कभी जैसे कोई सुई से सहला रहा हो या फिर सुन्न हो जाना,ज्यादा तौर पर रात के समय ऐसे सब होना।
नीचे नमूद किये गए इत्यादि लक्षण भी इसमें शामिल है :

  1. झुनझुनी या सनसनी होना
  2. मांसपेशियों का कमजोर होना
  3. खड़े होने पर अचानक से चक्कर आना
  4. पसीना आना
  5. पेशाब करते समय तकलीफ होना
  6. हार्ट रेट बढ़ना
  7. जलन और दर्द होना
  8. जोड़ों का दर्द या फिर पैरो में ulcers

Nerve Damage के प्रकार :
इसके 4 तरह के प्रकार होते है और किसी किसी को एक से ज्यादा प्रकार के नर्व डॅमेज भी हो सकते है। इसके लक्षण कोनसे प्रकार का नर्व डॅमेज है और कोनसी नसें इससे ख़राब हुयी है उसपे भी निर्भर है।

  • पेरिफेरल न्यूरोपैथी
  • ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी
  • प्रोक्सिमल न्यूरोपैथी
  • फोकल न्यूरोपैथी या मोनोन्यूरोपैथी

१. पेरिफेरल न्यूरोपैथी :
क्या आपको पैर या हाथ में सुई जैसी चुभन महसूस होती है ? या फिर कोई कपड़े की परत पाओ पे है ऐसा लगता है जबकि वह वह मौजूद ही नहीं है, और आपके पैर स्पर्श को बहुत सेंसिटिव हो जायेंगे मतलब हाथ लगाने पर झनझनाहट या चुभन होना, यह सब पेरिफेरल नर्व डॅमेज के लक्षण है।
यह आपके हाथ पांव की नसों पर असर करता है, शुरुआत पाओ से होते हुए यह दोनों हाथ पाओं में हो सकता है , यह साधारण तौर से सबको जिन्हे मधुमेह या डायबिटीज है उनको होने की संभावना है
कभी कभी इस वजह से रात मे दर्द ज्यादा हो सकता है , सुन्न हो जाना , और कभी कभी पैर पर कुछ चोट या कुछ इंजरी हुयी तो उस पर भी ध्यान न जाकर आगे कुछ अलग सिरियस इन्फेक्शन होने की संभावना है।

Nerve Damage

२. ऑटोनोमिक नर्व डॅमेज :
यह नर्व डॅमेज शरीर के उन भागों में होती है जो हमारी नियंत्रण से बाहर होते है। यह मूत्राशय ,पेट के कुछ अंग, यौन अंग या अथवा आँखों में भी हो सकता है।
नीचे दिए गए आदि इसके लक्षण है :

  1. मूत्राशय के या फिर मल-त्याग (bowel movement ) इसकी वजह से पेशाब थोडासा निकल जाना (urine leakage), दस्त ,या कब्ज ऐसे प्रॉब्लम हो सकते है।
  2. भूक नहीं लगना, उल्टी जैसे होना
  3. अंधेरे से अचानक रौशनी में देखा तो आँखों को एडजस्ट होने में होने वाली दिक्कत।
  4. यौन प्रतिक्रिया (Sexual Response ) कम हो जाना।

३. प्रोक्सिमल नर्व डॅमेज :
यह नर्व डॅमेज का एक दुर्लभ प्रकार है , यह जांघ, कुल्हें, नितंबो में हो सकता है। यह ज्यादातर ५० साल के ऊपर के पुरुषों में दिखाई देता है, इसकी वजह से कमर दर्द होना , जांघों में दर्द होना, बैठने ने के बाद वापस खड़े होने में दिक्कत होना यह सब इस नर्व डॅमेज के प्रकार में होता है। यह बहुत ही कम लोगों में दिखाई देता है और इसका रिकवरी रेट भी बहुत अच्छा है।

Nerve Damage

४. फोकल नर्व डॅमेज :
यह किसी एक ही नर्व पर प्रभाव करती है यह नर्व हाथ में ज्यादातर पाई जाती है। इससे प्रभावित हिस्से बहुत कमजोर जाते है और दर्दनाक भी हो जाते है।
इससे एक ही चीज दो दिखना, आँखों के पीछे दर्द होना, कभी कभी चेहरे की एक बाजू में क्रिया संपूर्ण रुक जाना, हाथ इतने कमजोर हो जाना की कुछ चीज पकड़ ली तो वह हाथ से गिर जाती है। यह सब फोकल नर्व डॅमेज की वजह से हो सकता है।

हम कैसे बच सकते है नर्व डॅमेज से ?

  1. क्युकी यह दर्दनाक हो सकता है, तो दर्द बढ़ने से आप डॉक्टर की सलाह ले कर दवाई ले सकते है।
  2. एक्यूपंक्चर (accupuncture) , यह बहुत ही अच्छी ट्रीटमेंट है अगर आपको दवा के कुछ साइड इफेक्ट है या फिर दवाई लेना आपको अच्छा न लगता हो तो।
  3. जीवनशैली में बदलाव करना बहुत ही जरूरी है, कोनसा नर्व डॅमेज का प्रकार है यह देखकर डॉक्टर से सलाह ले कर आप अपनी जीवनशैली में बदलाव कर सकते है।
  4. ब्लड प्रेशर हमेशा १४०/९० mmHg के नीचे ही रखे।
  5. अगर आपको मोटापे की तकलीफ है तो वजन कम करे।
  6. दारू या स्मोकिंग जैसे नशे करने से अपने आपको रोके
  7. एक हेल्थी डायट प्लॅन अपने लिए बनाके रखे और उस पर जरूर अम्मल करे।

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https://youtu.be/Wpt9l65zgwA