अगर आपकी शुगर खाने के बाद बहुत ज्यादा बढ़ रही है, तो उसके गंभीर परिणाम और उसे कैसे कंट्रोल कर सकते है यह आज हम लोग जान लेंगे।
खाना खाने के २ घंटे बाद ब्लड शुगर लेवल 130 -140 mg/dl के बीच होना चाहिए अगर यह स्तर बढ़ा हुआ आ रहा है तो इसे डायबिटीज के लक्षण बोलते है। खाना खाने के २ घंटे बाद अगर ब्लड शुगर लेवल 200-400 mg/dl के बीच हो तो यह बेहद ही खतरनाक स्तर माना जाता है। इसलिए नियमित तौर पर शुगर की जांच करना बहुत ही जरूरी होता है।
यह कंट्रोल करना इसलिए जरूरी होता है क्युकी डायबिटीज का और ह्रदय से जुड़े समस्या एकदूसरे से जुडी होती है। डायबिटीज होने पर व्यक्ति को हार्ट संबंधी समस्या हो जाती है, दोनों बीमारी बीपी, कोलेस्ट्रॉल और मोटापा बढ़ने से होती है। इसलिए समय रहते डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया तो हार्ट डिजीज होने की सम्भावना ज्यादा निश्चित हो जाती है।
ऐसा इसलिए होता है कि मधुमेह से ग्रसित लोगों में हाई ब्लड शुगर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाने के आलावा सूजन बढ़ा सकता है और ह्रदय में सामान्य रूप से बहने वाले खून को बाधित कर देता है।
ऐसी ही एक समस्या है जिसे अथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है, जिसमें धमनियों के सिकुड़ने से खून की कमी हो जाती है और आपका ह्रदय ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भर जाता है। जो समय के साथ मांसपेशियों के कमजोरी का कारण बन जाता है। ऐसी ही स्थितियों में व्यक्ति को दिल का दोहरा पड़ना ऐसी सब बीमारिया हो सकती है।
गंभीर डायबिटीज वाले लोगों में जैसे की आपने ऊपर पढ़ा हाई ब्लड शुगर ब्लड वेसल्स याने की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकती है, और इसमें पुरे शरीर को नुक्सान पहुंचाने की भी क्षमता है। हाई ब्लड शुगर से धमनिया सुंज कर ह्रदय में खून बहने से रोकती है। तब धमनिया लम्बे समय तक सूजी हुयी रहने से उसमे कोलेस्ट्रॉल और प्लेग का निर्माण होता है। इसलिए हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
जान लेते है डायबिटीज के साथ दिल की देखभाल कैसे कर सकते है
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए स्वस्थ आहार बहुत ही जरूरी है। डायबिटीज वाले व्यक्तियों को ताजे फल, साबुत अनाज, फलिया, लौ फैट मिल्क का सेवन करना चाहिए। और समय रहते डॉक्टर से पूछके दवाई ले तो ह्रदय से जुडी बीमारी आराम से दूर हो सकती है।
१. छोटा भोजन करे :
बड़े भारी भोजन के आलावा छोटे भोजन करना कभीभी लाभदायक ही होता है। यह आपको अचानक होने वाले उतार चढ़ाव से बचाता है।
ऐसे आप दिन में ६- ७ छोटे छोटे भोजन का समावेश कर सकते है, और भरपूर पानी पिए, दिन में ८-१० बार पानी पीना बहुत ही आवश्यक है।
२. कम ग्लिसेमिक इंडेक्स (GI) वाले खाने को चुनना
कम ग्लिसेमिक इंडेक्स (GI) वाला खाना चुने, और उनका ही सेवन करे, ग्लिसेमिक इंडेक्स मतलब जिन पदार्थो से रक्त शर्करा, मतलब ब्लड शुगर लेवल कितना बढ़ सकता है वो, तो हर एक पदार्थ की GI की जांच करके ही उसका सेवन करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है।
३. कार्ब सेवन देखें
आप कितना कार्ब याने की कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन कर रहे है उसपे ध्यान रखे और उसपर नियंत्रण लाये। इससे आप ब्लड शुगर लेवल में होने वाले उतार चढाव से बच सकते है। और अपने डायबिटीज को बहुत ही अच्छे से नियंत्रित कर सकते है। जैसे की चावल या कोई मीठी चीज, और अगर आप चावल खाना ही चाहते हो तो उसे बहुत ही कम मात्रा में खाये और उसके साथ सलाद खाना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। के
४. खाने के बाद चलना
खाने के बाद चलने से पोस्टपरंडिअल याने की खाने के बाद बढ़ने वाली शुगर में बहुत ही फरक पड़ता है, खाने के बाद बैठे न रहे, १०-१५ मिनट ही घरमे इधर उधर टहल लीजिये।
और सबसे जरूरी है नियमित रूप से व्यायाम करना, इससे आपको डायबिटीज और ह्रदय से जुडी समस्या कंट्रोल करने में बहुत ही मदद मिलेगी।
और जानकारी के लिए डॉ. निखिल प्रभु के यूट्यूब वीडियोस जरूर देखे।
खाना खाने के बाद बढ़ने वाली शुगर को कण्ट्रोल करने के घरेलु उपाय | post meal ब्लड शुगर | मधुमेह आहार