स्किन इन्फेक्शन की डायबिटिक पेशंट में समस्याए

स्किन इन्फेक्शन की डायबिटिक पेशंट में समस्याए:

जैसे की डायबिटीज आपके पुरे शरीर पे इफेक्ट कर सकता है। वह आपके स्किन पर भी इफेक्ट कर सकता है। और बहुत बार अनडायगनौस डायबिटीज भी स्किन इन्फेक्शन से पता चलता है।
इसमेसे बहुत स्किन इन्फेक्शन या स्किन कंडिशन काफी नॉर्मल होते है, पर डायबिटीज होने की कारन से जल्दी इन्फेक्शन हो जाता है। पर अगर जल्द ही जाँच की जाये तो यह जल्दी ठीक हो
पाती है। अब इस इन्फेक्शन में फंगस सक्रंमण ,बॅकटेरीया या खुजली की तकलीफ होती है। स्किन कंडिशन में डायबिटिक dermopathy, necrobiosis lipoidica diabeticorum, diabetic blisters, और eruptive xanthomatosis. जान लेते है कैसी होती है यह स्किन कंडिशनस.

विषाणू द्वारा (Bacterial) त्वचा का संक्रमण :

  • १. गुहेरी  (आखँ में फुंसी ): आँखों की पलकों में तेल होता है जिनमे लाल रंग की गांठे होती है और उनमे पस भरने लगता है इसे गुहेरी बोला जाता है।
  • २.फुंसीया
  • ३. फोलिक्यूलायटीस (Foliculitis) : यह त्वचा से सबंधित समस्या है जिसमे बालों की रोम में सूजन आ जाती है।
  • ४. बड़ा फोड़ा (carbuncle)
  • ५. नाख़ून के आसपास इन्फेक्शन होना।

डायबिटीज के लोगोको अगर अच्छा हाइजीन नहीं रखा और स्किन का ध्यान नहीं रखा तो यह bacterial infections हो सकते है।
इसे अनदेखा ना करे, डॉक्टर से चिकित्सा जरूर करवाए।

फंगस इन्फेक्शन :

फंगस इन्फेक्शन साधारण तरी केसे जो गरम नमीवाली जगह होती है वहा होते है, यह जगह पर खुजली होना, लाल हो जाना, छोटे छोटे फफोले आना, त्वचा के छिलके आना ऐसी चीजे होती है,
यह ब्रेस्ट के निचे, नाख़नू के आसपास, उँगलियों के बीच में, मुँह के कोनेमें, जांघो में और कांख में यह इन्फेक्शन हो सकते है।

खुजली की तकलीफ होना :

किसी एक जगह पर डायबिटीज की वजह से खुजली हो सकती है, यह यीस्ट इन्फेक्शन की वजह से होता है, त्वचा खरुदरी होने से भी होता है, बहुत बार परै में खुजली आनेकी संभावना डायबिटीज के
पेशंट में ज्यादा है।

डायबिटीज में होनेवाली स्किन कंडिशनस:

१. गर्दन के पीछे काला (Acanthosis Nigricans) :

यह मोटापे से पीड़ित लोगोंमे ज्यादात दिखाई देता है, इसमें गर्दन, कोहनी, परै और बाजु की स्किन ब्राऊन हो जाती है। इसमें वजन घटाना यही इलाज हो सकता है।

२. डायबिटिक डरमोंपाठी (Diabetic dermopathy) :

इस स्किन कंडिशन में स्किन पर गोल या ओवल आकार में लाल या डार्क रंग के चकत्ते पड जाते है, यह परै के ऊपरी हिस्से में होता है। हालाकि इससे कुछ भीनुकसान नहीं होता है।

३. Necrobiosis lipoidica diabeticorum :

यह तंत्रिकओं में बदलाव की वजह से होता है, यह डायबिटिक डरमोंपाठी (diabetic dermopathy) की तरह ही होता है बस
आकार में बड़ी होती है, जब तक सूजन वाला एरिया फूटता नहीं तब तक तकलीफ नहीं है लेकिन वहा खुजली और दुखने लगे तो तरुंत ही डॉक्टर से चिकित्सा करवाए।

 

४. अ‍ॅलर्जीक रिएक्शन (Allergic reactions) :

यह कुछ दवाई खाने से भी हो सकती है, ऐसी रिएक्शन आने पर डाक्टर से चिकित्सा जरूर कराए।

५. डायबिटिक बलीस्टर (Diabetic blisters) :

यह त्वचा पर जैसे छालेआये वैसे लगते है, यह उँगलियों के पीछे, पैर, इन जगहों पर आ सकती है। यह diabetic neuropathy वाले लोगोंमे ज्यादातर दिखाई देता है। यह दर्दनाक नहीं होता, और अगर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल किया तो ठीक भी हो जाता है।

६. Eruptive xanthomatosis :

यह टाइप १ डायबिटीज के पेशंट में होने की संभावना होती है। अगर खनू में फैट और कोलेस्ट्रोल की मात्रा ज्यादा हो तो यह होता है, यह पिले रंग के मटर जैसे दाने होते है जो हाथ पांव, या फिर नितंबो पर होता है, डायबिटीस कंट्रोल करने पर यह भी ठीक हो जाता है।

कैसे रख सकते हैं अपने स्किन का खयाल?

  • १. अपना डायबिटीज कंट्रोल में रखे। डायबिटीज पेशंट में ड्राय स्किन ज्यादातर होती है जिससे आसानी से इन्फेक्शन हो सकता है।
  • २. बोहोत ज्यादा गरम पानी से ना नहाएं, इससे स्किन ड्राय होती है। नहाने के बाद अच्छा लोशन इस्तेमाल करें, लेकिन वह उंगलियों के बीच ना लगाएं, उससे फंगस इन्फेक्शन हो सकते हैं।
  • ३. कुछ कटने पर तरुंत उस जगह को साफ करें, और दवाई लगाएं जिससे इन्फेक्शन ना हो।

और जानकारी के लि ए डॉ. निखिल प्रभु का यूट्यूब जरूर देखे और कंसल्ट करनेके लिए कॉल
जरुर कीजिये…..

Image

Contact details: 9082095809
Youtube link: https://www.youtube.com/user/drnikhilprabhu
Instagram id: drnikhilprabhu